October 14, 2024
duniya ka sabse bada mountain

विश्व का सबसे बड़ा शिव मंदिर तुंगनाथ मंदिर, उत्तराखंड

नमस्कार दोस्तो, जब भी भारत के प्रमुख धार्मिक स्थलों की बात की जाती है, या फिर जब भी उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटक स्थलों की बात की जाती है, तो उसके अंतर्गत तुंगनाथ मंदिर का नाम तो अवश्य ही आता है।  दोस्तों इस आर्टिकल में हम तुंगनाथ मंदिर उत्तराखंड से जुड़ी संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं,  यदि आपको इस विषय के बारे में कोई जानकारी नहीं है, तथा इसके बारे में जानना चाहते हैं, तो इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।

हम आपको इस पोस्ट के अंतर्गत हम आपको बताने वाले हैं कि तुंगनाथ मंदिर क्या है, इसकी क्या-क्या विशेषताएं हैं, इसके अलावा हम आपको इस विषय से जुड़ी हर एक जानकारी इस पोस्ट में देने वाले हैं।

तुंगनाथ मंदिर | Tungnath mahadev temple

duniya ka sabse bada temple

दोस्तों इस तुंगनाथ मंदिर का नाम उत्तराखंड राज्य के सबसे प्रमुख पर्यटक स्थलों की सूची के अंतर्गत आता है, यह तुंगनाथ मंदिर उत्तराखंड के गढ़वाल के रुद्रप्रयाग जिले के अंतर्गत स्थित है । हिमालय की खूबसूरत तथा बर्फीले पहाड़ों के अंतर्गत यह तुंगनाथ मंदिर स्थित है जो अनेक श्रद्धालुओं भक्तों तथा पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करता है।

तुंगनाथ मंदिर प्रत्येक वर्ष लाखों की संख्या में तीर्थयात्री आते हैं, इसके अलावा लाखों की संख्या में आकर अलग-अलग जगहों से पर्यटक भी आते हैं, जो यहां पर आकर इस सुंदर मंदिर तथा उसके चारों तरफ की खूबसूरती का लुफ्त उठाते हैं।

इन सभी के अलावा चार धाम की यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए यह मंदिर काफी महत्वपूर्ण माना जाता है।

इसके अलावा तुंगनाथ मंदिर के बारे में सबसे बड़ी तथा सबसे खास बात यह है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा शिव मंदिर है, और इस मंदिर को लगभग 5000 वर्ष पुराना माना जाता है।

अगर इस मंदिर की समुद्र तल से ऊंचाई की बात की जाए तो यह मंदिर समुद्र तल से लगभग 3680 मीटर ऊंचाई पर स्थित है।

इस मंदिर के बारे में यह मान्यता काफी ज्यादा प्रसिद्ध है, कि यहां पर शिव के हिंदी और भगवान शिव की भुजाओं की पूजा की जाती है, इसके अलावा यहां इस मंदिर के अंतर्गत पूजा करने का तथा इस मंदिर की रखरखाव करने की जिम्मेदारी यहां की स्थानीय लोगों की है, तथा उन्हीं लोगों के द्वारा इस मंदिर को संभाला जाता है, इसके अलावा इस मंदिर के सामने वाले पर्वत पर पूरी तरह से बर्फ जमी हुई रहती है।

तुंगनाथ मंदिर पर्यटक स्थल

दोस्तो यह तुंगनाथ मंदिर एक काफी बड़ा आस्था का स्थल होने के साथ-साथ एक काफी बड़ा पर्यटन स्थल भी है, जहां पर प्रत्येक साल लाखों पर्यटक घूमने आते हैं, तथा भगवान शिव के दर्शन करने के लिए आते हैं।

जैसा कि हमने आपको बताया कि इस मंदिर की हमें अनेक विशेषताएं देखने को मिलती है, यह दुनिया का सबसे बड़ा भगवान शिव का मंदिर है, इसके अलावा यह लगभग 5000 वर्ष पुराना भी मंदिर है, तो ऐसे में यह बातें तो अलग-अलग पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं, इसके अलावा यहां के चारों तरफ की खूबसूरती भी पर्यटकों को अपनी ओर काफी ज्यादा आकर्षित करती है, यह मंदिर हिमालय की बर्फीले पहाड़ों के अंतर्गत बसा हुआ है, जहां पर चारों तरफ हमें एक बेहतरीन नजारा देखने को मिलता है।

तुंगनाथ की चढ़ाई कितनी है?

चोपता समुद्र तल (tungnath height) से बारह हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यहां से तीन किलोमीटर चलने के बाद 13,000 फीट की ऊंचाई पर तुंगनाथ मंदिर है, जो पंच केदारों में से एक है। चोपता से तुंगनाथ तक तीन किलोमीटर की पैदल यात्रा बुग्यालों की खूबसूरत दुनिया का साक्षात्कार कराती है।

तुंगनाथ में किसकी पूजा होती है?

हम जिस मंदिर की बात कर रहे हैं वह उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में समुद्र तल से 3,680 मीटर की ऊंचाई पर तुंगनाथ पर्वत पर स्थित है। तुंगनाथ पर्वत पर होने के कारण इस मंदिर का नाम ‘तुंगनाथ’ मंदिर है। यह देवों के देव महादेव के पंच केदारों में से एक है। इस मंदिर में भगवान शिव के हृदय और उनकी भुजाओं की पूजा की जाती है।

दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर कौन सा है?

दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर अंकोरवाट मंदिर (कंबोडिया) है।

निष्कर्ष

तो इस पोस्ट के अंतर्गत हमने आपको बताया, कि तुंगनाथ मंदिर क्या है, एवं यहां पर आपको क्या क्या देखने को मिलता है, इसके अलावा इस विषय से जुड़ी अन्य जानकारी अभी हमने आपके साथ शेयर की है। हमें उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई है, फिर तो आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने को मिला है।

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