December 13, 2024
brahmputra nadi ka kitna bhag bharat mein hai

ब्रह्मपुत्र नदी कहां से निकलती है? | Brahmaputra nadi kahan se nikalti hai

दोस्तों ब्रह्मपुत्र नदी एक ऐसी नदी है जिसका तिब्बत भारत और बांग्लादेश और महान पर्वतों में से इसका उद्गम देखा जाता है।  अक्सर लोग यह नहीं बता पाते कि ब्रह्मपुत्र नदी कहां से निकलती है।  यदि आप भी यह जानना चाहते हैं कि ब्रह्मपुत्र नदी कहां से निकलती है (brahmaputra nadi ki sahayak nadiyan) तो आज के लेख में हमारी साथ अंत तक बने रहियेगा क्यों कि आज हम आपको ब्रह्मपुत्र नदी के बारे में सारी जानकारी देते हुए यह बताएंगे कि ब्रह्मपुत्र नदी कहां से निकलती है (brahmaputra nadi ka udgam sthal)।

तो चलिए शुरू करते हैं-

ब्रह्मपुत्र नदी कहां से निकलती है? | brahmaputra nadi kahan se nikalti hai

brahmputra nadi ka kya naam hai
ब्रह्मपुत्र नदी कहां से निकलती है | brahmaputra nadi ka uday hota hai

ब्रह्मपुत्र नदी एक महान भारतीय नदी के तौर पर जानी जाती है।  यह वर्तमान समय में तिब्बत भारत और बांग्लादेश से होकर बहती है।  यदि हम आपको बताएं कि ब्रह्मपुत्र नदी कहां से निकलती है, तो ब्रह्मपुत्र का उद्गम स्थान हिमालय के उत्तर में तिब्बत के पूर्व जिले में स्थित मानसरोवर झील के निकट से होता है।

इस स्थान को यहां पर यरलुड़ त्सड़्पो कहा जाता है।  यह नदी तिब्बत में बहते हुए भारत के अरुणाचल प्रदेश में प्रवेश करती है, और आसाम घाटी से बैठे हुए ब्रह्मपुत्र नदी बांग्लादेश में प्रवेश करती है, जहां पर बांग्लादेश में इसे जमुना कहा जाता है।  पदमा अर्थात गंगा नदी के संगम से इसकी संयुक्त धारा बहती है, जिसे मेघना नदी कहा जाता है।

यही मेघना नदी सुंदरबन डेल्टा का निर्माण करने में सहायक होती है, और अंत में यह नदी बंगाल की खाड़ी में जाकर मिल जाती है।  ब्रह्मपुत्र की लंबाई 2900 किलोमीटर की है।  बांग्लादेश की सीमा में ब्रह्मपुत्र नदी को जमुना नदी के नाम से जाना जाता है।  ब्रह्मपुत्र नदी की सहायक नदियों में सुवनश्री, तीस्ता, तोरसा, लोहित, बराक और अन्य नदियां शामिल है।

ब्रह्मपुत्र नदी की औसत गहराई 38 मीटर तक देखी गयी है, और अधिकतम गहराई 120 मीटर तक देखी गई है।  आमतौर पर भारत की नदियों के नाम स्त्रीलिंग के तौर पर देखे जाते हैं, लेकिन ब्रह्मपुत्र नदी एक अपवाद है संस्कृत में ब्रह्मपुत्र का अर्थ ब्रह्मा का पुत्र होता है।

ब्रह्मपुत्र नदी की लंबाई कितनी है? | brahmaputra nadi ki lambai kitni hai

ब्रह्मपुत्र नदी की लंबाई 2900 किमी है।

ब्रह्मपुत्र की सबसे बड़ी सहायक नदी कौन सी है?

दक्षिण-पश्चिम दिशा में बहती हुई इसकी मुख्य सहायक नदियाँ दिबांग या सिकंग और लोहित इसके बायें किनारे पर मिलती हैं और इसके बाद नदी को ब्रह्मपुत्र के नाम से जाना जाता है।

ब्रह्मपुत्र नदी के अन्य नाम

  1. ब्रह्मपुत्र नदी को बंगला भाषा में जमुना के नाम से जाना जाता है।
  2. चीन की भाषा में चेयांग के नाम से जाना जाता है।
  3. तिब्बत में यह यरलुड़ त्सड़्पो के नाम से जानी जाती है।
  4. मध्य और दक्षिण एशिया में इसे प्रमुख नदी कहा जाता है।
  5. अरुणाचल प्रदेश में यह ब्रह्मपुत्र देहांग के नाम से जानी जाती है।
  6. असम में ब्रह्मपुत्र नदी को ब्रह्मपुत्र कहा जाता है।
  7. गंगा नदी को बांग्लादेश में पद्मा के नाम से जाना जाता है।
  8. ब्रह्मपुत्र नदी को बांग्लादेश में भी जमुना के नाम से ही जाना जाता है।
  9. गंगा और ब्रह्मपुत्र की संयुक्त धारा को मेघना कहा जाता है, जो कि बराक नदी की मुख्य नदी है, और बराक नदी, मेघना नदी की सहायक नदी है।

सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण

वर्तमान समय में यमुना नदी सिंचाई के लिए तिब्बत की ओर असम अरुणाचल प्रदेश और बांग्लादेश में एक महत्वपूर्ण नदी की भूमिका निभाती है।  सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण परियोजनाओं के लिए कई सारे बांधों का निर्माण भी इसकी बहाव की दिशा में किए गए हैं।  बांग्लादेश में यमुना नदी के पश्चिम दिशा की ओर दक्षिण तक बना ब्रह्मपुत्र तटबंध बाढ़ को नियंत्रित करने में सहायक होता है।

इस तटबंध की सहायता से तीस्ता बराज परियोजना और बाढ़ दोनों में सुरक्षा संयुक्त रूप से सुरक्षित की जाती है।  ब्रह्मपुत्र नदी की सहायता से अष्टम घाटी में थोड़ी बहुत बिजली की पैदा की जाती है।  हालांकि इसकी अनुमानित क्षमता काफी अधिक है।  केवल भारत में ही ब्रह्मपुत्र नदी से 12000 मेगावाट की विद्युत पैदा की जाती है।  असम में भी जल विद्युत केंद्र बनाए गए हैं जिनमें से सबसे उल्लेखनीय को कोपली हाइडल प्रोजेक्ट है।

निष्कर्ष

आशा है या आर्टिकल आपको बहुत पसंद आया हुआ इस आर्टिकल में हमने बताया (-) के बारे मे संपूर्ण जानकारी देने की कोशिश की है अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगे तो आप अपने दोस्तों के साथ भी Share कर सकते हैं अगर आपको कोई भी Question हो तो आप हमें Comment कर सकते हैं हम आपका जवाब देने की कोशिश करेंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *