April 25, 2024
bahulak ka sutra kya hota hai

बहुलक क्या है? बहुलक की परिभाषा, गुण, दोष एवं सूत्र

नमस्कार दोस्तो, यदि आप गणित विषय के अंतर्गत अपनी रूचि रखते हैं या फिर गणित विषय को पढ़ते हैं, तो आपने बहुलक के बारे में तो जरूर सुना होगा, जो गणित की सगाई काफी महत्वपूर्ण टॉपिक होता है। दोस्तों क्या आप जानते हैं, कि बहुलक क्या है, बहुलक किसे कहा जाता है। यदि आपको इस विषय के बारे में कोई जानकारी नहीं है, तथा इसके बारे में जानना चाहते हैं, तो इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।

हम आपको इस पोस्ट के अंतर्गत हम आपको बताने वाले हैं कि बहुलक क्या है, बहुलक किसे कहा जाता है, इसके अलावा हम आपको इस विषय से जुड़ी हर एक जानकारी इस पोस्ट में देने वाले हैं।

बहुलक क्या है? (bahulak ki paribhasha)

bahulak ke koi teen good likho
बहुलक किसे कहते हैं | bahulak ke labh aur hani ko likhiye

अनेक छोटी-छोटी इकाइयां बार-बार पुनरावृत्ति करके वृहत अणु का निर्माण करती हैं। जिसे बहुलक कहते हैं। और यह प्रक्रिया बहुलकीकरण कहलाती है।

बालक के गुण

  1. बहुलक के माध्यम से हम किसी भी अंक वितरण की गणना काफी आसानी से कर सकते हैं।
  2. बहुलक हमारे लिए उस स्थिति के अंतर्गत बहुत ज्यादा उपयोगी साबित हो सकता है, जब केवल सामान्य केंद्रीय प्रवृत्ति को जानना होता है।
  3. दोस्तों बहुलक का सबसे अधिक तथा सबसे महत्वपूर्ण मुल्ले यह होता है, कि यह सीमांत अंको को महत्व न देकर केवल अधिक प्रचलित अंक तथा लोकप्रिय अंको को ही महत्व देता है।
  4. बहुलक का इस्तेमाल व्यावहारिक जीवन के अंतर्गत काफी ज्यादा किया जाता है।

बहुलक की दोष

  1. दोस्तो बहुलक का प्रयोग सिर्फ उसी परिस्थिति के अंतर्गत किया जा सकता है, जब वितरण की संख्या बहुत अधिक होती है।
  2. बहुलक एक प्रकार की गणितीय विवेचना नहीं होती है बल्कि यह एक प्रकार की व्यवहारिक विवेचना होती है।
  3. जब भी हम शुद्ध बहुलक की गणना करते हैं, तो यह प्रक्रिया काफी जटिल होती है।

बहुलक का सूत्र | bahulak ka sutra kya hota hai

`Z = L+\frac{f-f1}{(f-f1)+(f-f2)}\times i`

यहाँ

Z = अंक वितरण का बहुलक

f = बहुलक वर्गान्तर की आवृति

f1 = बहुलक वर्गान्तर से ठीक पूर्व वाले वर्गान्तर की आवृति

f2 = बहुलक वर्गान्तर से ठीक पश्चात वाले वर्गान्तर की आवृति

i = वर्गान्तराल

L = बहुलक

उद्धरण

वर्गान्तर आवृति
70 – 80

81-90

91-100

101-110

111-120

121-130

131-140

2

5

8

12

6

4

5

उत्तर:

वर्गान्तर आवृति
70 – 80

81-90

91-100

101-110

111-120

121-130

131-140

2

5

8 f1

12 f

6 f2

4

5

Z = अंक वितरण का बहुलक

f = बहुलक वर्गान्तर की आवृति = 12

f1 = बहुलक वर्गान्तर से ठीक पूर्व वाले वर्गान्तर की आवृति = 8

f2 = बहुलक वर्गान्तर से ठीक पश्चात वाले वर्गान्तर की आवृति = 6

i = वर्गान्तराल = 10

L = बहुलक = 101

दिए गए अंक वितरण का बहुलक वर्गान्तर 101-110 है ।

बहुलक का सूत्र

`Z = L+\frac{f-f1}{(f-f1)+(f-f2)}\times i`

`Z = 101+\frac{12-8}{(12-8)+(12-6)}\times 10`

`Z = 101+\frac{4}{(4)+(6)}\times 10`

`Z = 101+\frac{4}{10}\times 10`

Z = 101 + 4

Z = 105

निष्कर्ष

तो इस पोस्ट के अंतर्गत हमने आपको बताया कि बहुलक क्या होता हैं, इसके अलावा इस विषय से जुड़ी अन्य जानकारी अभी हमने आपके साथ शेयर की है। हमें उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई है, फिर तो आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने को मिला है।

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